When Film actor 'Akshay Kumar' become a fan of Ayurveda medicine (Punch karma).
जब फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार आयुर्वेद चिकित्सा (पन्च कर्म) के प्रशंसक बन गए ! फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार जो आयुर्वेदिक चिकित्सा पर विश्वास रखते हें, ने पिछले दिनों केरला के एक आश्रम (पंचकर्म केंद्र) में 15 दिन तक रह कर चिकित्सा लि कैसा अनुभव किया पढ़े और उनसे सुनिए निम्न विडिओ में|
निम्न भी लेख उनके शब्दों का अक्षरक्ष लेख है पढ़े- देखें :-
"एक दम डाईरेक्ट बोलूं, दिल से बोलूं, बड़ा मजा आ रहा है, जबरजस्त मजा आ रहा है, आप लोगों से इस तरह डाईरेक्ट बात करने में, दिल में जो भी आये एक दम खुल के बोल देने में, आप लोग हमेशा से मेरी फिल्मों को इतना प्यार देते हें, अभी हाल ही मेरी एक नई फिल्म भी रिलीज हुई, उसके लिए आप लोगों ने इतनी, तारीफ़ की इतने अच्छे अच्छे मेसेज भेजे, उसके लिए बहुत बहुत शुक्रगुजार हूँ आप लोगों का|
आज में आप लोगों से कोई दुःख गुस्सा तकलीफ शेयर नहीं करूँगा, आज एक अच्छी से बड़ी सी मुस्कराहट शेयर करूँगा, ये लो – “ आजकल बहुत हल्का अच्छा, बहुत हेल्दी महसूस कर रहा हूँ, पिछले कुछ दिन में शहर के शोर शराबे से दूर, केरला के एक शान से आयुर्वेदिक आश्रम में कुछ वक्त विताया, क्या बताऊँ बाय गोड जन्नत की हिल आ गई, न टी वी, न फोन, न जंक फ़ूड , न ब्रांडेड कपडे, एक सदा पहनावा, सफ़ेद कलर का कुरता पजामा, सादगी भरा भोजन, और ढेर सारा आयुर्वेदा का खजाना, बहुत कम लोग मेरे बारे में यह जानते हें की , में पिछले पच्चीस साल से आयुर्वेदा फोलो करते आया हूँ, और इस बार, मेने जो आयुर्वेद हीलिंग
एक्सपीरिएन्स की है, वो तो कमाल है, जैसे कभी कभी आपकी कार या बाइक की सर्विसिंग आप लोग करवाते हें, ऐसे चोदह दिन मेने अपने बॉडी की सर्विसिंग करवाई, और वहां में यह जाना की शायद हमें अंदाजा भी नहीं है की आयुर्वेद के रूप में भगवान् ने हमारे देश को कितना, बढ़ा खजाना दे रखा है, और हम इस खजाने की कदर ही नहीं कर रहे, हम अंग्रेजी दवाई की गोलोयाँ खा कर, प्रोटीन शेक पीकर, स्टीयराइड के इंजेक्शन लेकर जीने को जीना समझ रहें है, किसी विदेशी स्पा में जाकर फेंसी मसाज करवा के अच्छी सेहत ढूंड रहे हें, और मजे की बात बताऊ, की वही विदेशी लोग, जिनके इलाज हम अपना रहे है वो, हिंदुस्तान में आकर, हमारे आयुर्वेदा से ट्रीटमेंट करवाते हें, क्या यार कब समझेंगे, हम अपनी चीज की कीमत को, देखो भय्या मुझे एलोपेथिक दवाई या उसके इलाज से कोई प्रोब्लम नहीं है, वो अपनी जगह भोत अच्छी है, भोत सही है, लेकिन हम अपनी ट्रेडिशनल मेडिसिन के तरीकों को क्यों भूल रहे है, जैसे आयुर्वेदा हो गया, योग हो गया, नेचुरोपेथी, हुआ, सिद्धा हुआ यूनानी होम्योपेथीक की वेल्यु को क्यों भूल रहे हैं, हाँ मेने ये भी सुना है की आयुर्वेद दवाई में वगेरा में कभी कभी कुछ लोग, है जो धोखे बाजी करते है चीटिंग करते हें, उनमें कुछ मिलावट कर देते हें, लेड या आर्सेनिक जैसी चीजें मिला देतें है, लेकिन अगर आप सही और अथेंटिक जगह जाओ तो, में शर्त लगाने को तैयार हूँ, की आपके शरीर में एसी कोई बिमारी नहीं है जो जिसका इलाज हमारे ट्रेडीशनल इन्डियन मेडिसिन सिस्टम में न हो, आपको पता है हमारी, गवर्मेंट में एक फुल फ्लेश मिनिस्ट्री है, आयुष नाम से, जो आल्टरनेट सिस्टम ऑफ़ मेडिसिन को इनकरेज करती हैं, मेने कहीं पढ़ा भी था कुछ महीने पाहिले की गोवर्मेंट ने तो यह भी अनाउंस किया है की अगर आप रजिस्टर्ड आयुर्वेद सेंटर में इलाज करवाते हें तो, आपको बिल्कुले वैसे ही इन्सोरेंस बेनिफिट मिलेंगे जैसे की कोई और हॉस्पिटल में मिलते हें, और हमारे कई जनरेशन पुराने ये इलाज के तरीके, न सिर्फ में आपको बताऊं नेचुरल है बल्कि साइंटिफिक भी हैं, हर इलाज के पीछे पक्का लोजिक है, पर हमारा न वो वैसा ही हाल है, जैसे वो मुहावरा है न दिया तले अँधेरा, बेस्ट इलाज हमारे अपने देश में है पर हम ढूंडने जायेंगे पुरे . .. ... ढूंडने जायेंगे फारेन देशों में, ढेर सारा पैसा खर्च करते हें, आपको पता है जिस आयुर्वेदिक आश्रम में अभी कुछ दिन बिता कर आया, में वहां अकेला हिन्दुस्तानी था, बाकि सब अंग्रेज थे, क्या वो हमारे देश में आके ठीक हो सकते हें और हम नहीं, ये बात कुछ हजम नहीं हुई, और बाई गॉड अब भगवान के लिये अब ये मत सोच बेठना की में ये सब किसी आयुर्वेदा कंपनी या किसी सेंटर का ब्रांड अम्बेसेडर बन के बोल रहा हूँ . . ये बातें में अपने खुद के बोडी का ब्रांड अम्बेसडर बन के कह रहा हूँ, और में चाहता हूँ की आज से, विनती करता हूँ की आप सभी अपने बोडी के मेंप ब्रेंड अम्बेसडर खुद बने, सिपल और हेल्दी लाइफ जीना सीख लें, और दिखा देते हैं दुनिया को की हमारे आयुर्वेदा, योग जैसे हिन्दुस्तानी तरीकों में जो ताकत है, वो किसी अंग्रेज के केमिकल इंजेक्शंस में नहीं है, भय्या करके देखो यार, मेरी गारंटी है, की मेरी तरह हर सुबह एक स्माइल के साथ उठोगे, गुड नाईट जय हिन्द|”
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