Rescue from incurable disease

Rescue from incurable disease
लाइलाज बीमारी से मुक्ति उपाय है - आयुर्वेद और पंचकर्म चिकित्सा |

त्योहारों पर खाने से शरीर को होने वाले नुकसान ?


बिंज इटिंग यानी खूब सारा खाना खाने से अचानक शरीर के अंगों पर पड़ने वाला दबाव।
आपने इन त्योहारों के दिनों में खूब खाया होगा और जाहिर सी बात है पीया भी होगा और ऐसे में आपके पास कसरत करने समय भी नहीं होगा। अब ऐसे लाइफ स्टाइल का खामियाजा आपको उठाना ही पड़ेगा। कोई त्यौहार भले ही एक दिन की हो, लेकिन उसका खुमारी कई दिनों तक छायी रहती है। ऐसे में ज्यादातर लोग मोटापे व बढ़ते वजन का शिकार हो जाता है। लड्डू, मिठाईयां और इसी तरह की अन्य चीजें डायबिटीज के मरीज और दिल के रोगियों के लिए खतरनाक होती हैं, लेकिन सच यह भी है कि इनके कहर से स्वस्थ इंसान भी नहीं बच पाता। ऐसे में बढ़ता मोटापा नुकसानदायक हो सकता है। त्योहार के बाद वजन कैसे घटाएं यही चिंता आपको हरदम सताती है।

ज्यादा शराब पीने की वजह से लीवर भी ठीक से काम नहीं करता। यानी शरीर में जमा हो रहे फैट को पचाने में दिक्कत आती है जिसका नतीजा होता है टॉक्सिन का शरीर में जमा होना।


ज्यादा चाय-कॉफी लेने से शरीर को सही पोषण नहीं मिलता। इसके अलावा ड्राई फ्रूट्स और होने वाली दावतों की वजह से लोगों का वजन बढ़ जाता है ऐसे में दिवाली के मौके पर 1-2 किलो वजन बढ़ना कोई बड़ी बात नहीं।

वजन नियंत्रण के लिए आपको अपने डायट प्लान पर खासा ध्यान रखना होगा। ऐसे में आपका डायट प्लान ऐसा होना चाहिए जिससे आपको भरपूर पोषण मिलें।

डायट में आपको कम से कम तीन से चार फ्रूट्स शामिल करने चाहिए। 

  • कुछ भी खाने से पहले एक प्लेट सलाद लें।
  • दिनभर में कम से कम तीन से चार लीटर पानी पीजिए या फिर इसके साथ ही आप वेजिटेबल जूस, ग्रीन टी, नारियल पानी, नींबू पानी इत्यादि को भी शामिल कर सकते हैं। 
  • लंच और ब्रेकफास्ट अच्छे से फॉलो करने के बाद भी यदि आप वजन नियं‍त्रि‍त करने में अक्षम है तो आपको शाम के समय जिसे टी टाइम भी कहा जाता है यानी शाम 5 बजे से 8 बजे तक का समय। ऐसे में आपको डिनर जल्दी करना चाहिए।
  • आपको डिनर करने से पहले एक गिलास पानी लेना चाहिए, फिर एक प्लेट सलाद खानी चाहिए। इसके बाद आप अपनी पसंद के सब्जी, रोटी, दाल, उबले चावल जो भी खाना चाहे ले सकते हैं। डिनर के दो घंटे बाद आप कम से कम दो फल खाएं या फिर एक कप ग्रीन टी लें।
  • शराब और धूम्रपान के कारण बढ़े वजन से आपके शरीर में बहुत से टॉक्सिन जमा हो जाते हैं जिससे आपको जरूरत है एक डिटॉक्सिन प्लान की।
  • शरीर से टॉक्सिंस दूर करने के लिए आपको सुबह उठकर खाली पेट एक गिलास पानी के साथ एक गिलास एलोवीरा जेल लें। 
  • दिन भर में या फिर दोपहर के समय या शाम के समय वेजिटेबल जूस लें। इससे आपको विटामिंस और एंजाइम्स भी मिलेंगे। 
  • अगर आपको पाचनतंत्र से संबंधी समस्याएं आ रही हैं, तो दवाएं लेने के बजाय आप इसबगोल को आधे गिलास पानी में ले सकते हैं। 
  • रात के खाने में आप सुतंलित भोजन लें, इससे आपको बहुत राहत मिलेगी। 
  • रात के समय आप त्रि‍फला का चूर्ण या टेबलेट भी ले सकते हैं। 

समस्त चिकित्सकीय सलाह रोग निदान ,एवं चिकित्सा की जानकारी ज्ञान(शिक्षण) उद्देश्य से हे| प्राधिकृत चिकित्सक से संपर्क के बाद ही प्रयोग में लें |.
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चिकित्सा सेवा अथवा व्यवसाय?

स्वास्थ है हमारा अधिकार १

हमारा लक्ष्य सामान्य जन से लेकर प्रत्येक विशिष्ट जन को समग्र स्वस्थ्य का लाभ पहुँचाना है| पंचकर्म सहित आयुर्वेद चिकित्सा, स्वास्थय हेतु लाभकारी लेख, इच्छित को स्वास्थ्य प्रशिक्षण, और स्वास्थ्य विषयक जन जागरण करना है| आयुर्वेदिक चिकित्सा – यह आयुर्वेद विज्ञानं के रूप में विश्व की पुरातन चिकित्सा पद्ध्ति है, जो ‘समग्र शरीर’ (अर्थात शरीर, मन और आत्मा) को स्वस्थ्य करती है|

निशुल्क परामर्श

जीवन के चार चरणौ में (आश्रम) में वान-प्रस्थ,ओर सन्यास अंतिम चरण माना गया है, तीसरे चरण की आयु में पहुंचकर वर्तमान परिस्थिती में वान-प्रस्थ का अर्थ वन-गमन न मान कर अपने अभी तक के सम्पुर्ण अनुभवोंं का लाभ अन्य चिकित्सकौं,ओर समाज के अन्य वर्ग को प्रदान करना मान कर, अपने निवास एमआइजी 4/1 प्रगति नगर उज्जैन मप्र पर धर्मार्थ चिकित्सा सेवा प्रारंंभ कर दी गई है। कोई भी रोगी प्रतिदिन सोमवार से शनी वार तक प्रात: 9 से 12 एवंं दोपहर 2 से 6 बजे तक न्युनतम 10/- रु प्रतिदिन टोकन शुल्क (निर्धनों को निशुल्क आवश्यक निशुल्क ओषधि हेतु राशी) का सह्योग कर चिकित्सा परामर्श प्राप्त कर सकेगा। हमारे द्वारा लिखित ऑषधियांं सभी मान्यता प्राप्त मेडिकल स्टोर से क्रय की जा सकेंगी। पंचकर्म आदि आवश्यक प्रक्रिया जो अधिकतम 10% रोगियोंं को आवश्यक होगी वह न्युनतम शुल्क पर उपलब्ध की जा सकेगी। क्रपया चिकित्सा परामर्श के लिये फोन पर आग्रह न करेंं। ।

चिकित्सक सहयोगी बने:
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