आयुर्वेदिक मुक्ता पिष्ठी, प्रवाल भस्म /पिष्टी बहुत उपयोगी और निरापद हें |
• वजन सहने कि नित्यक्रम कसरते कर और धीरे धीरे बढ़ाते रहे |
• धूम्रपान न करे
• अधिक शराब न पिए
अगर आप एक ऐसी महिला है जो कि अभी अभी रजोनिवृत्ति में आई हैं तो अपने डाक्टर से ओस्टियोपोरोसिस के लिए अपना मूल्यांकन कि बात करें।रजोनिवृत्ति से सम्बंधित ओस्टियोपोरोसिस के लिए निवारण के कई विकल्प है जैसे एस्ट्रोजन रिपलेस्मेंट थेरेपी ,रेलोक्सीफीन (ईविस्टा), एलेनड्रोनेट (फोसामेक्स) या राइसेड्रोनेट (एक्टोनेल)।क्योकि एस्ट्रोजन हड्डियो के टूटने को धीरे कर देता है रजोनिवृत्ति के समय एस्ट्रोजन कि कमी कि वजह से हड्डियो का नुकसान होता है।एस्ट्रोजन थेरेपी और रेलोक्सीफीन (जो कि हड्डियो पर एस्ट्रोजन कि तरह काम करता है)इस प्रक्रीया का विरोध करते है।एस्ट्रोजन रिपलेस्मेन्ट थेरेपी ओस्टियोपोरोसिस के उपचार और निवारण के लिए अब उपयोग नही किया जाता क्योकि इसके हानिकारक प्रभाव काफी है,जिनमे कि ह्रदय कि बिमारी और नस फटने के जोखिम है।एलेनड्रोनेट और राइसेड्रोनेट जिन्हे बाईफोसफोनेटस कहते है दवाओ का एक परिवार है जो कि हड्डियो को तोडने वाली कोशिकाओ को धीरे कर देते है।इस तरह से यह दवाए हड्डियो को मोटा होने मे मदद करती है।एक हड्डी घनत्व जाँच इस निर्णय को आसान बना देगा अगर यह समस्या के संकेत दिखाता है।क्योकि ओस्टियोपोरोसिस संबंधित कम्प्रेशन फ्रेक्चर कि वजह से जो लम्बाई मे कमी आती है वह और कोई लक्षण नही दिखाती है इसलिए अगर आप 40 साल से ज्यादा उम्र कि है अपनी लम्बाई को हर साल नापना एक अच्छा विचार है।
ओस्टियोपोरोसिस के निवारण का अन्य तरीका है कि अपने थाइराइड दवाओ को लगातार निगरानी मे रखना क्योकि ज्यादा दवाए आपको ओस्टियोपोरोसिस और अन्य चिकित्सक समस्याए कर सकती है।अगर आप किसी कारण कि वजह से प्रेडनिसोलोन ले रहे है तो अपने डाक्टर से इस दवा को कम करने के लिए बात करे या फिर इस दवा को छोडने कि बात करे।
समस्त चिकित्सकीय सलाह रोग निदान ,एवं चिकित्सा की जानकारी ज्ञान(शिक्षण) उद्देश्य से हे| प्राधिकृत चिकित्सक से संपर्क के बाद ही प्रयोग में लें |.
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