जब अमीबा यकृत तक फ़ैल जाते हैं तो यकृत में फोड़ा हो सकता है,इससे बुखार , उबकाई , उलटी और दर्द जो की पेट के ऊपरी सीधे तरफ होने लगता है , वजन का घटना और बढ़ा हुआ यकृत। यह लक्षण बिना दस्त के साथ भी संभव है|
अमीबायसिस या पेचिश |
क्योकि यह परजीवी बड़ी आँत में रहते हैं वे संक्रमित लोग की मल से फेलते हें और वहाँ से जहां उन जगह पर सफाई प्रबंध नहीं होता हैं। यह परजीवी उस जगह के फल और सब्जी को भी गंदा कर सकते हैं, जहाँ पर इंसान का मल खाद के रूप में उपयोग किया जाता है। नदी, झील, कुआ, अदि में भी फेल जाते हें| यह संक्रमित व्यक्ति के गंदे हाथो से भी स्थानातरित हो सकते हैं जो की अपने हाथ प्राय धोते नहीं है, या ठीक से नहीं धोते हैं। उनके नाखूनो में छुपे रहकर वहाँ से सभी दूर या लोगों में जिनको वे भोजन पानी आदि खाद्य उन हाथों से बांटते हें।
वास्तव में तो ये बहुत बड़े पिशाच हें मानो जिन्हे अमर होने का वरदान मिल गया हो।
एक बार अमीबा मुख में घुस गया तो वह आँत से सफर करते हुए बड़ी आँत में जाकर बैठ जाते हैं। यह परजीवी वहां पर बिना नुक्सान करे रहते हैं। यह अमीबा आँत की दीवार को भेद सकते हैं जो की अमीबिक डिसेंट्री करा देते हैं| यह अमीबा रक्त में भी फ़ैल सकते हैं, और यकृत तक पहुच सकते हैं या कभी कभी दिमाग में जाकर वे संक्रमण कर एबसेसबना सकते हें। दुनिया की लगभग १० % जनसंख्या अमीबा से संक्रमित होती है विशेषकर वो जो की मेक्सिको , इंडिया , सेंट्रल अमेरिका , साऊथ अमेरिका , अफ्रीका , और एशिया के उष्ण कटिबंधीय जगह पर रहते है । औद्योगिक देशो में अमेबियासिस सबसे आम हाल ही में अप्रावासी लोगो के द्वारा होता हैं और यात्री जो की इन देशो में सफर करते हैं जहाँ पर अमीबा होते है।भारत के कुछ स्थान पर यह ५०% से भी अधिक हे|
अहानिकार रूप में अमीबा आँत में सालो तक रह सकते हैं, और कोई लक्षण भी नहीं करते हैं। सभी लोग समझते हें की अब पेचिश ठीक हो गई, पर जेसे ही वह व्यक्ति उनके लिए लाभदायक खाद्य खाता हे वेसे ही वे पुन: आक्रमण कर देते हें ओर अमीबा अमीबिक डिसेंट्री के लक्षण फिर से मिलते हें। तो उनका हमला कुछ दिनों से कुछ हफ्तों तक जारी रहा सकता है, यदि फिर भी आपका उपचार नहीं हुआ, फिर आप पर दूसरा हमला भी कर सकते हैं। बार बार के हमले से पेट ओर आंतों में अल्सर हो सकते हें।
अमेबियासिसी से रक्षा करने के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है ।
बचाव ही एक मात्र उपाय हे।अगर आप उन हिस्से में सफर करते हैं, जहाँ पर अमीबियासिस आम है, तो आप संक्रमण होने की संभावना को घटा सकते हैं साफ पानी पी कर जो की केन और बोतलों में रखा गया हो या जिसे उबाल लिया गया हो । सिर्फ वही खाना खाए जो की अच्छी तरह पकाया गया हो । पाश्चर युक्त दूध या दुग्ध सामग्री का ही प्रयोग करे। अगर आप कच्चे फल खाते हैं तो वही खाए जो की हाल ही में काटा ओर छीला गया हो।
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