सुगर फ्री या बिना सुगर -
इनमे चीनी से
कम उर्जा या कैलोरीज पाई जाती है। ये पदार्थ चीनी के जैसा मीठा होता है, इसके खाने पर
चीनी जैसी मिठास का अनुभव होता है। इतना ही नहीं इस पदार्थ में कैलोरी कम होती है।
बनावटी चीनी के फायदे- - आमतौर पर चीनी में अधिक
मात्रा में कैलोरी होती है जिससे मोटापा बढ़ने की संभावना रहती है। अधिक मीठे से
हृदय रोग और डायबिटीज की संभावना भी बढ़ जाती है। ऐसे में डायबिटीज़ रोगियों या उन
लोगों के लिए बनावटी चीनी खाना अधिक फायदेमंद रहता है जिन्हें मीठे से परहेज़ करने
की सलाह दी जाती है।
जिन लोगों को अधिक मीठा या चीनी युक्तज खाद्य पदार्थ पसंद
हैं उनके लिए बनावटी चीनी बहुत फायदेमंद है, इससे उन्हें चीनी की मिठास का अनुभव मिलता
है।बनावटी चीनी में मिठास के कण होते हैं, जो कि सामान्य चीनी में पाये जानेवाले ग्लूकोज़
से अलग होते हैं। इन कणों के प्रकार और मात्रा के अनुसार मिठास का अनुभव होता
है।बनावटी चीनी में पाए जाने वाले कण बहुत कम उर्जा में परिवर्तित होते हैं, जिससे कि ये
कोई खास कैलोरीज़ नहीं प्रदान करते हैं। बनावटी चीनी के अंतर्गत मिठाईयां, आइसक्रीम, केक, चॉकलेट इत्यादि
मिठास वाले खाद्य पदार्थ शामिल है और रिफाइंड सफेद चीनी के अंतर्गत मीठे पेय
पदार्थ, जैम, जैली इत्यादि|
कुछ ऐसे
खाद्य पदार्थ भी होते हैं जिनमें प्राकृतिक रूप से चीनी के मिठास का अनुभव होता है
लेकिन यदि वे चीनी की तरह ही अधिक कैलोरीज वाले होते हैं तो वे आर्टिफिशियल शुगर
या बनावटी चीनी की श्रेणी में नहीं आते।
बनावटी चीनी के नुकसान
रिफाइंड चीनी आमतौर पर जैम, जैली, अचारों और ठंडे
पेय पदार्थों में अधिक मात्रा में पाई जाती है।
डिब्बा बंद खाद्य
पदार्थ में रिफाइंड चीनी हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसके उपयोग से शरीर
में कई तरह के रोग हो सकते है।
रिफाइंड चीनी के उपयोग से मानसिक शक्ति क्षीण हो सकती है।
माहवारी के समय महिलाओं को अत्यधिक दर्द की शिकायत हो सकती है।
रिफाइंड सफेद चीनी में बहुत अधिक मात्रा में एल्कालाइड पाया
जाता है। दरअसल, चीनी में पाये जाने वाले एल्कोलाइड तत्वों से आमाशय में
अधिक मात्रा में केमिकल बनते है जिससे रक्त भी प्रभवित होता है।
रिफाइंड सफेद चीनी के अधिक उपयोग से हमारे शरीर में पाये
जाने वाले खनिज तत्व नष्ट हो जाते हैं। गौरतलब है कि खनिज तत्वों की कमी होने से
दांत, मसूडें और
हडि्डयां कमजोर हो जाती है। इतना ही नहीं व्यक्ति की याद्दाश्त भी कमजोर हो जाती
है।
चीनी, बनावटी चीनी या फिर रिफाइंड सफेद चीनी इन सबका अधिक मात्रा
में सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और इससे शरीर को कई बीमारियां से घेर
लेती है।
आजकल बाज़ार में विना सुगर वाली बहुत सी स्वीट्स/च्यवनप्राश अदि माल्ट या टोनिक या अन्य दवाये मिल रही हें | अभी भी इस मीठे करने वाले पदार्थो पर शोध चल रहा हे ,पता नहीं क्या रिजल्ट आये | पर तव तक सावधान रहना ही बुद्धिमानी होगी|
समस्त चिकित्सकीय सलाह रोग निदान ,एवं चिकित्सा की जानकारी ज्ञान(शिक्षण) उद्देश्य से हे| प्राधिकृत चिकित्सक से संपर्क के बाद ही प्रयोग में लें |.
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good health information
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