Rescue from incurable disease

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लाइलाज बीमारी से मुक्ति उपाय है - आयुर्वेद और पंचकर्म चिकित्सा |

शहद को एक खाद्य एवं प्राकृतिक औषधि

क्या आप जानते हें?
शहद को एक खाद्य एवं प्राकृतिक औषधि माना गया है जो शरीर को स्वस्थ, निरोग और ऊर्जावान बनाये रखने के लिये लाभदायक है।
शहद में विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, अमीनो एसिड, प्रोटीन और खनिज पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। जो कि सेहत कि लिए जरूरी होते हैं।
शहद में ग्लूकोज पाया जाता है और शहद में पाए जाने वाला विटामिन और शुगर शरीर के भीतर जाते ही कुछ समय में घुल जाता है।
शहद का इस्तेमाल औषधी बनाने के साथ-साथ सौंदर्य प्रसाधन की तरह भी किया जाता है।
बच्चे की खांसी दूर करने के लिए अदरक के रस में शहद मिलाकर देने से खांसी में आराम मिलता है। सूखी खांसी में भी शहद और नींबू का रस लेने से फायदा होता है।
जी मिचला रहा हो या फिर उल्टी आने की शिकायत हो तो शहद लेना चाहिए।
शहद के सेवन से कब्ज भी दूर की जा सकती है। टमाटर या संतरे के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर खाने से लाभ होगा।
यदि आप वजन बढ़ाना चाहते हैं तो रात में दूध में शहद डालकर पीएं।
मांसपेशी मजबूत करनी हो, रक्तचाप नॉर्मल करना हो, हीमोग्लाबिन बढ़ाना हो तो भी शहद का सेवन लाभकारी है।
यदि आप थकान महसूस करते हैं या फिर आपको एनीमिया है तो भी आप नियमित रूप से शहद का सेवन कर इस बीमारी को दूर कर सकते हैं।
न सिर्फ वजन बढ़ाने बल्कि वजन घटाने के लिए भी शहद लाभकारी है। आप यदि गुनगुने पानी में नींबू और शहद मिलाकर सुबह खाली पेट लेंगे तो कुछ ही समय में आप अपना वजन कम होते हुए देख सकते हैं।
अर्थराइटिस के दर्द से निजात पानी हो या फिर जोड़ों में अधिक दर्द हो तो शहद में दालचीनी का पाउडर मिलाकर मसाज करनी चाहिए।
जुकाम दूर करने के लिए शहद, अदरक और तुलसी के पत्तों का रस बराबर मात्रा में मिलाकर चाटने से राहत मिलती है। इतना ही नहीं यदि आपको ठीक तरह से नींद नहीं आती तो रात को दो चम्मच शहद खाकर सोना लाभकारी होता है।
शहद का नियमित और उचित मात्रा में उपयोग करने से शरीर स्वस्थ, सुंदर, बलवान, स्फूर्तिवान बनता है और दीर्घजीवन प्रदान करता है।
गर्भावस्था के दौरान शहद का सेवन करने से होने वाला बच्चा स्वस्थ एवं मानसिक दृष्टि से अन्य शिशुओं से श्रेष्ठ होती है।
त्वचा के जल जाने, कट जाने या छिल जाने पर भी शहद लगाने से लाभ मिलता है।
आँखों में रोज 1-2 शहद की बूंद डालने से आँखों की रोशनी बढ़ती है।
शहद का नित्य सेवन करने से दिल और दिमाग की शक्ति बढ़ती है।
शहद को अनार के रस में मिलाकर लेने से दिमागी कमजोरी, सुस्ती, निराशा तथा थकावट होती है।
हृदय के लिए भी शहद गुणकारी है, मीठी सौंफ के साथ 1-2 चम्मच शहद मिलाकर सेवन करने से दिल को मजबूत तो करता ही है। हृदय को सुचारू रूप से कार्य करने में भी मदद करता है।

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