Rescue from incurable disease

Rescue from incurable disease
लाइलाज बीमारी से मुक्ति उपाय है - आयुर्वेद और पंचकर्म चिकित्सा |

नुस्खे स्वस्थ रहने के ।



यदि आप दिन में कम से कम तीन बार खाना खाने से पूर्व दो ग्लास पानी पीएंगे तो निश्चित तौर पर आप अपने वजन पर नियंत्रण कर सकेंगे । इतना ही नहीं इससे आप किसी भी तरह के साइड इफेक्ट से भी बच सकेंगे।
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फाइबर ऐसे कार्बोहाइड्रेट हैं, जो पेड़ों के पत्ते, टहनियों और जड़ों का निर्माण करते हैं। फाइबर का सेवन करने के बाद आपको अधिक समय तक भूख नहीं लगती और इनका सेवन बहुत अधिक मात्रा में नहीं किया जा सकता। फाइबर मुख्‍यत: दो तरह के होते हैं: अघुलनशील और घुलनशील और यह दो तरीके से काम करते हैं।

अघुलनशील फाइबर गेहूं के चोकर, नट्स और बहुत सी सब्जियों में पाये जाते हैं। इसकी संरचना मोटी और खुरदरी होती है और यह पानी के साथ नहीं घुलते इसलिए यह पाचन तंत्र से चिपके रहते हैं।

घुलनशील फाइबर जई, सेम ,जौ और कई फलों में पाये जाते हैं। यह पानी में मिलकर हमारे पाचन तंत्र में जेल जैसी वस्‍तु बनाते हैं। इससे शक्‍कर का अवशोषण धीमी गति से होने लगता है। ऐसे फाइबर का लगातार सेवन करने से शरीर में कालेस्ट्राल का स्‍तर कम होता है ।

एक ग्राम कार्बोहाइड्रेट में 4 कैलोरी होती है और इतनी ही कैलोरी एक ग्राम घुलनशील फाइबर में भी होती है ।

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गोरेपन की क्रीम के झांसे में फंसने के बजाय बेहतर होगा कि अपनी त्वचा को निखरी और सलोनी बनाने के प्रयास किए जाए। दुनिया की कोई भी क्रीम आपको गोरा नहीं बना सकती अत: आपको जो त्वचा प्राकृतिक रूप से मिली है उसी को स्वस्थ और आकर्षक बनाने के जतन करने चाहिए। 
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सांवली त्वचा को सलोनी रंगत देने के लिए अपनी मजीठ, हल्दी, चिरौंजी 50-50 ग्रा. लेकर पाउडर बना लें। एक-एक चम्मच सब चीजों को मिलाकर इसमें 6 चम्मच शहद मिलाएं और नींबू का रस तथा गुलाब जल डालकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को चेहरे, गरदन, बांहों पर लगाएं और एक घंटे के बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो दें। ऐसा सप्ताह में दो बार करने से चेहरे का सांवलापन दूर होकर रंग निखर आएगा।
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 नींबू व संतरे के छिलकों को सुखाकर चूर्ण बना लें। इस पाउडर को हफ्ते में एक बार बिना मलाई के दूध में मिलाकर लगाएं, त्वचा में आकर्षक चमक आएगी। 
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जाड़े के दिनों में दूध में केसर या एक चम्मच हल्दी का सेवन करने से भी रंग साफ होता है।

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नीम-हकीमों यह कहते हें कि पेशाब के साथ अगर चिकना पदार्थ जा रहा है तो उसे वीर्य अथवा धातु कहते हैं।  धातु रोग जैसी कोई बीमारी होती ही नहीं है। जिसे आम लोग धातु जाना कहते हैं वह वीर्य नहीं होता है बल्कि यूरेथ्रल ग्रंथियों का स्राव होता है। इसके जाने से शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता।
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इसी प्रकार महिलाओं में भी सफ़ेद पानी जाने की शिकायत मिलती हे यह भी यूरिथ्रल ग्रंथियों को स्राव हे जो सेक्स को आसन बनाने की प्राकर्तिक क्रिया हे। [रोग जलन आदि होने पर ही चिकित्सक से संक्रमण की चिकित्सा लेनी चाहिए।] 
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 नियमित व्यायाम से मांसपेशियों की शर्करा इस्तेमाल करने की योग्यता बढ़ती है। व्यायाम रक्त शर्करा घटाते हैं और तनाव से राहत दिलाते हैं और वजन नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
सप्ताह में एक बार (कम से कम)
नहाने से पूर्व मालिश करें। 
 मालिश के तुरंत बाद नहाना ठीक नहीं। तौलिया खुरदरा ठीक रहता है। इससे अनावश्यक  मृत त्वचा निकल जाती हे। 
नहाते समय शरीर पर केवल पानी न फेंके। 
इसे खूब मलें[रगड़े] भी। अति क्षारीय साबुन का प्रयोग भी खुश्की ओर खुजली पेदा करते हें। इसे  रोकने के लिए तेल [कोई भी] अच्छे मोश्चराइजर होते हें।   

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शाम की सैर भी जरूरी है। खुले में घूमना ही सैर है।

घास, वनस्पतियों में जाना, टहलना, सैर करना, हल्का व्यायाम करना हमारी आक्सीजन की आवश्यकता पूरी कर देता है। शरीर को आंतरिक व बाहरी पुष्टि प्राप्त होती है।
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व्यायाम- 
आम व्यक्ति के लिए व्यायाम का अर्थ पहलवानी नहीं। सैर, चहल-कदमी, छोटे-मोटे खेल, मालिश, तेज चलना, दौड़ना आदि सब व्यायाम ही हैं। जो इनको या इनमें से किन्हीं एक या दो को अपनायेंगे, वह स्वस्थ रहेंगे।
व्यायाम इतना ही करें जो हल्की थकान ला दे। थोड़ा पसीना आ जाए। मगर इसे अपनी रूचि से चुनें। मजबूरी से नहीं।


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यह ओइली त्वचा को बिल्कु्ल निखार देगा। 25/01/2013
चेहरे से अधिक तेल को कम करने के लिए चावल के आटे में पुदीने का अर्क तथा गुलाबजल मिलाकर चेहरे पर 10 मिनट तक लगाएं। 

इसे हलके हाथों से गोलाई में घुमाते हुए चेहरे पर लगाएं। फिर कुछ देर बाद सादे पानी से धो लें।

सेब और नींबू का रस एक मात्रा में मिलाएं और इसे चेहरे पर 10 से 15 मिनट तक के लिए लगाएं। 
यह आपकी त्वचा को बिल्कु्ल निखार देगा
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केवल खाना कम खाने से भी वजन कम नहीं होता  
 
यदि आप खाना कम खा रहे और भोजन की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दे रहे तो आपका वजन कम होने के बजाय बढ़ सकता है। वजन बढ़ना या घटना आपके खाने-पीने पर निर्भर तो है, पर वजन कम करने के लिए लाइफ स्टाइल को बदलने की बेहद जरूरत होती है। दरअसल लोग वजन कम करने के लिए खाना कम खाते हैं, जबकि खाना कम खाने से कोई खास फर्क नहीं पड़ता। यदि आप सचमुच अपना वजन कम करना चाहते हैं और स्लिम ट्रि‍म दिखना चाहते है तो इसके लिए आपको पौष्टिक और उच्च गुणवत्ता का भोजन करना चाहिए।
प्रोटीन व फाइबर खाने में शामिल करें-
आपको अपनी डाइट में ऐसा खाना शामिल करना चाहिए जिसमें फैट कम हो और प्रोटीन व फाइबर की मात्रा ज्यादा हो। इसके अलावा हरी सब्जियां, सोया, मूंग दाल, काला चना, राजमा, ब्राउन राइस, अंडे का सफेद हिस्सा आदि जरूर खाएं।

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वजन घटाने के लिए कम खाने से अच्छा है आप सही वक्त पर पूरा खाना खाएं। वैसे कम कैलोरी का खाने की कोशिश करें
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वजन घटाने के लिए, अगर आप सोचते हैं कि अचानक से सब कुछ खाना-पीना छोड़ डाइटिंग कर लें। तो आप गलत हैं, क्या आप जानते हैं कि डायटिंग बहुत ही नुकसानदायक होती है। इस उपाय से आपका वजन घटने के बजाय बढ़ने लगता है। दरअसल कोई भी प्रतिदिन बहुत लंबे समय तक भूखा नहीं रह सकता, ऐसे में लंबे अंतराल के बाद व्यक्ति बहुत खा लेता है जो कि स्‍वास्‍थ्‍य की दृष्टि से नुकसानदायक है।
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वजन का अधिक होने का एक प्रमुख कारण हे , अनियमित दिनचर्या और खान-पान, इसके कारण कब्‍ज और पेट गैस की समस्‍या आम बीमारी की तरह हो गई है। कब्‍ज रोगियों में पेट फूलने की शिकायत भी देखने को मिलती है। लोग कहीं भी और कुछ भी खा लेते हैं। खाने के बाद बैठे रहना, डिनर के बाद तुरंत सो जाना ऐसी आदतें हैं जिनके कारण कब्‍ज की शिकायत शुरू होती है। 
ओर परिणाम स्वरूप वजन बड़ जाता हे। 
20 ग्राम त्रिफला रात को एक लिटर पानी में भिगोकर रख दीजिए। सुबह उठने के बाद त्रिफला को छानकर उस पानी को पी लीजिए। इससे कुछ ही दिनों में कब्‍ज की शिकायत दूर हो जाएगी। सतत सेवन करने से आश्चर्यजनक रूप से वजन में गिरावट देखि जा सकती हे ओर कमजोरी भी नहीं होगी।
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अगर आपको लगातार आफिस में मानीटर के सामने बैठना है, तो हर 30 से 40 मिनट पर ब्रेक लेते रहें। ऐसा करने से ना केवल आपकी आंखों को आराम मिलेगा बल्कि आपके पैरों में रक्त का संचार भी ठीक रहेगा।
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ऑफिस में काम से हुई थकान दूर करने के लिए खिड़की के बाहर की प्राकृतिक हरी या नीली वस्तुओं को देखने की कोशिश करें। इससे आपकी आंखों को आराम मिलेगा। जितना हो सके पलकों को झपकाने की कोशिश करें। या थोड़ा टहलें, आंखो पर पानी के छींटे मारे फिर से तरो ताजा अनुभव करेंगे

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कमर और पेट के आसपास की चर्बी को दूर करने के लिए रोजाना सुबह सैर पर जाएं और रात के खाने के बाद भी सैर करना ना भूलें। इससे पेट और कमर की अतिरिक्त कैलोरी कम करने में मदद मिलेगी। क्‍योंकि नियमित रूप से सैर पर जाने से 25 फीसदी कैलोरीज बर्न होती है। पेट जल्दी कम करना है तो तीस मिनट के वॉक सेशन रखें। स्पीड से चलें। लगातार स्पीड से ना चल सके तो बीच में इंटरवल लें। थोड़ी देर तेजी से चलें और फिर स्पीड कम कर लें।
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ब्लैक हैड्स को कहें गुडबाय
सभी उम्र के लोगों में यह समस्या बहुत आम है जिसका इलाज बहुत आसान है। ब्लैंकहैड्स निकालने के लिए एक बड़े चम्मच से पीसी हुई काली मिर्च लें और इसमें दही मिला लें। इस मिश्रण को 10 से 15 मिनट तक चेहरे पर लगायें और चेहरा धो लें। 
क्रीमी मसाज
चेहरे पर निखार लाने के लिए 2 से 3 छोट चम्मच से चेहरे पर क्रीम लगायें और अपवर्ड सर्कुलर मूवमेंट में चेहरे की मसाज करें। इससे आपकी त्वचा में निखार तो आयेगा ही साथ ही त्वचा के डेड सेल्स भी निकल जायेंगे। 
क्लींन्ज़र हो ऐसा 
एक साफ टमाटर के रस को दो बड़े चम्मच दूध के साथ मिला लें। इस मिश्रण को चेहरे पर लगायें और 10 से 15 मिनट तक छोड़ दें और चेहरा पानी से धो लें। विशेषज्ञों का भी मानना है कि क्लीनज़र से ना सिर्फ त्वचा आयल फ्री होती है बल्कि डेड सेल्स भी निकल जाते हैं
रेशमी बालों के लिए
ककड़ी, केले, टमाटर और दही का पेस्ट बनायें और बालों को धोने के बाद इस मिश्रण को बालों में लगायें। यह प्राकृतिक कंडीशनर है। 
सुंदर दिखने के लिए आप यह तकनीक तो अपना सकते हैं लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण है आपका खान पान और व्यायाम। एक बहुत पुरानी कहावत है कि आप जैसा खाते हैं वैसे ही दिखते हैं। अपनी डायट में फाइबर युक्त फल, हरी सब्जि़यां और एण्टीआक्सिडेंट शामिल करें। कम से कम 7 से 8 घंटों की नींद ज़रूर लें क्योंकि आराम करना भी अच्छी त्वचा के लिए आवश्यक है।महंगे क्रीम, पार्लर या स्पा की बात करें तो शायद खूबसूरती आपको हर तरफ नज़र आयेगी। लेकिन क्या वाकई में इनके अलावा खूबसूरत दिखने का कोई विकल्प नहीं। 
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सौंदर्य
चेहरे की चमक यह भी ट्राई करें
प्राकृतिक तौर पर खूबसूरती पाने के लिए चेहरे पर फलों का रस लगाकर 10 से 15 मिनट तक छोड़ दें, यह एक आसान सा घरेलू नुस्खा है। झुर्रियों से बचने के लिए आप सेब, नीबू या अनानास का रस लगा सकते हैं क्योंकि फलों में एस्ट्रिसन्जेंट के साथ ब्लीचिंग के गुण भी होते हैं।
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समस्त चिकित्सकीय सलाह रोग निदान ,एवं चिकित्सा की जानकारी ज्ञान(शिक्षण) उद्देश्य से हे| प्राधिकृत चिकित्सक से संपर्क के बाद ही प्रयोग में लें|

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चिकित्सा सेवा अथवा व्यवसाय?

स्वास्थ है हमारा अधिकार १

हमारा लक्ष्य सामान्य जन से लेकर प्रत्येक विशिष्ट जन को समग्र स्वस्थ्य का लाभ पहुँचाना है| पंचकर्म सहित आयुर्वेद चिकित्सा, स्वास्थय हेतु लाभकारी लेख, इच्छित को स्वास्थ्य प्रशिक्षण, और स्वास्थ्य विषयक जन जागरण करना है| आयुर्वेदिक चिकित्सा – यह आयुर्वेद विज्ञानं के रूप में विश्व की पुरातन चिकित्सा पद्ध्ति है, जो ‘समग्र शरीर’ (अर्थात शरीर, मन और आत्मा) को स्वस्थ्य करती है|

निशुल्क परामर्श

जीवन के चार चरणौ में (आश्रम) में वान-प्रस्थ,ओर सन्यास अंतिम चरण माना गया है, तीसरे चरण की आयु में पहुंचकर वर्तमान परिस्थिती में वान-प्रस्थ का अर्थ वन-गमन न मान कर अपने अभी तक के सम्पुर्ण अनुभवोंं का लाभ अन्य चिकित्सकौं,ओर समाज के अन्य वर्ग को प्रदान करना मान कर, अपने निवास एमआइजी 4/1 प्रगति नगर उज्जैन मप्र पर धर्मार्थ चिकित्सा सेवा प्रारंंभ कर दी गई है। कोई भी रोगी प्रतिदिन सोमवार से शनी वार तक प्रात: 9 से 12 एवंं दोपहर 2 से 6 बजे तक न्युनतम 10/- रु प्रतिदिन टोकन शुल्क (निर्धनों को निशुल्क आवश्यक निशुल्क ओषधि हेतु राशी) का सह्योग कर चिकित्सा परामर्श प्राप्त कर सकेगा। हमारे द्वारा लिखित ऑषधियांं सभी मान्यता प्राप्त मेडिकल स्टोर से क्रय की जा सकेंगी। पंचकर्म आदि आवश्यक प्रक्रिया जो अधिकतम 10% रोगियोंं को आवश्यक होगी वह न्युनतम शुल्क पर उपलब्ध की जा सकेगी। क्रपया चिकित्सा परामर्श के लिये फोन पर आग्रह न करेंं। ।

चिकित्सक सहयोगी बने:
- हमारे यहाँ देश भर से रोगी चिकित्सा परामर्श हेतु आते हैं,या परामर्श करते हें, सभी का उज्जैन आना अक्सर धन, समय आदि कारणों से संभव नहीं हो पाता, एसी स्थिति में आप हमारे सहयोगी बन सकते हें| यदि आप पंजीकृत आयुर्वेद स्नातक (न्यूनतम) हें! आप पंचकर्म चिकित्सा में रूचि रखते हैं, ओर प्रारम्भ करना चाह्ते हैं या सीखना चाह्ते हैं, तो सम्पर्क करेंं। आप पंचकर्म केंद्र अथवा पंचकर्म और आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रक्रियाओं जैसे अर्श- क्षार सूत्र, रक्त मोक्षण, अग्निकर्म, वमन, विरेचन, बस्ती, या शिरोधारा जैसे विशिष्ट स्नेहनादी माध्यम से चिकित्सा कार्य करते हें, तो आप संपर्क कर सकते हें| सम्पर्क समय- 02 PM to 5 PM, Monday to Saturday- 9425379102/ mail- healthforalldrvyas@gmail.com केवल एलोपेथिक चिकित्सा कार्य करने वाले चिकित्सक सम्पर्क न करें|

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