बाएंटे या मसल क्रेम्प - मांस-पेशियों की अकड़न का कष्ट।
बाएंटे या मसल क्रेम्प किसी मांस पेशी में अचानक होने
वाला कष्ट जिसका अनुभव लगभग प्रत्येक वयस्क ने अपने जीवन में किया ही होगा। कभी कभी
अचानक एसा लगता है, की मांसपेशी अकड़ गई हें अंगुलियाँ सीधी नही हो रही
हें, और बहुत अधिक दर्द का अनुभव हो रहा है। अक्सर यह कुछ देर बाद स्वयं
या मालिश करने पर ठीक भी हो जाता है। यही बाएंटे या मसल क्रेम्प है।
यह कष्ट मांसपेशी से अधिक काम लेने,
पानी की कमी या डिहाइड्रेशन, अवसाद, तनाव या
परिश्रम, वीटामिन बी की कमी आदि से हो जाता है। सोते समय पिंडली का कष्टदायक
क्रैंप हो जिसका कारण पता न चल पा रहा हो तो
वह नर्वस
सिस्टम की खराबी संकेत होता है। विटामिन बी की कमी इसका एक प्रमुख कारण भी है|
1-
जिस मांसपेशी
में कष्ट हो उस स्थान पर कोई तैल बाम आदि चिकनाहट लगा कर
हल्की मालिश कर रक्त संचार बड़ाएँ, और उसे गरम पानी
में भिगोये कपड़े से सेक करें, या हीटींग पैड से हल्का और थोडी ही देर तक सेकें,
अधिक सिकाई हानी कारक होगी। निर्गुंडी तैल या “चंदन बला लाक्षादी तैल” की मालिश(हल्की)
और निर्गुंडी के पत्ते सहित उबले पानी की सिकाई अधिक लाभकारी होती है।
2-
थोड़ा सेधा
नमक मिले गर्म
पानी से भरे टब में कुछ अधिक समय तक बेंठे
या नहाएं।
3-
मसल क्रैंप के स्थान या केन्द्र को अपने अंगूठे, हथेली या ठीली मुठ्ठी से दबाएं, 10 सेकेंड तक मसलें फिर से दबायेँ एसा कई बार करें। इसकी कई बार पुनरावृत्ति से क्रैंप से
होने वाला दर्द धीरे-धीरे कम होने लगेगा।
4-
अक्सर डिहाइड्रेशन या पानी की कमी के कारण बाएटे या मसल क्रैंप आतें है। अगर आपको अकसर क्रैंप की शिकायत रहती है, तो ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की आदत बनाएँ।
5-
पानी में
मिलाकर इलेक्ट्रोलाइट
जिससे मिनरल्स, पोटैशियम, सोडियम, कैल्सियम और मैग्निशियम आदि की पूर्ति हो लें यह भी मसल क्रैंप से राहत पहुंचाता है।
6- विटामिन बी, मैग्निशियम,
पोटैशियम कैल्सियम आदि मिनरल्स लें। डाइट में होल-ग्रेन ब्रेड व अनाज,
मूँगफली या नट्स और बीन,
आदि
से मैग्निशियम,
केला,
संतरा और खरबूजे
सहित ज्यादातर फलों और सब्जियों से पोटैशियम,
और
डेरी
उत्पाद दूध, दही,
पनीर, चीज, आदि कैल्सियम मिल जाता है।
7-
यदि एक्सरसाइज के दौरान मसल
क्रैंप आ जाता है,तो इसका अर्थ है की पानी की
कमी हो रही है इसके लिए एक्ससरसाइज़ दो घंटे पहले पानी पीएं। इसके बाद एक्सरसाइज के
दौरान हर 15 मिनट 100 से 200 ग्राम तक पानी पीते
रहें। अगर पसीना बहुत ज्यादा
निकलता है तो एलेक्ट्रोल या कोई स्पोर्ट्स ड्रिंक
ले जो पसीने के जरिए निकले सोडियम व दूसरे
इलेक्ट्रोलाइट की भरपाई कर दे।
8-
रात में सोते समय होने वाले पैर की पिंडली में
होने वाले क्रैंप
से बचने के लिए कभी भी पैर की अंगुली और अंगूठा पर सीधे चादर, कंबल या रज़ाई का दवाव न बनने दें,
और न ही चादर आदि से कस कर लिपटें, जिससे
पैर का अंगूठा अंगुलिया या पैर मुड़े नहीं। मुड़ने से बाएंटे
या क्रैंप
की संभावना बढ़ जाती है।
अन्य पोषक आहार जो लाभकारी है इनसे विटामिन बी आदि की कमी भी पूर्ति करते है|
ये सब विटामिन
बी कॉम्प्लेक्स के अच्छे स्रोत भी हें - टमाटर, चोकर युक्त गेहु का आटा, मक्की, चना, बिना पालिश किया चावल,
माल्टा, चावल की भूसी, हरी
पत्तियो वनस्पति वाली सब्जी पालक,, पत्तगोभी, बन्दगोभी,फलदार सब्जी आलू, बीज
वाली सब्जी जैसे ताजे सेम, ताजे मटर, दाल, ताजे फल, संतरा,
अंगूर, दूध, दही,
खमीर, मेवा,, बादाम,
अखरोट, नारियल, पिस्ता, मछली,
अण्डे की सफेदी, जिगर,अण्डे
की जर्दी, आदि आते हैं।
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