शिरोभ्यंग (Shiro-Abhyang Head Massage)
"सिर
जो तेरा चकराए या दिल डूबा जाये आजा प्यारे पास हमारे काहे घबराये- -- -- इस चम्पी में बड़े- बढे गुण – लाख मर्ज की एक
दवा है काहे घबराए" गाना गाते और सिर पर मालिश की आवाज लगते हुए कलाकार जोनी
वाकर को सभी ने सुना/ देखा होगा| कहना न
होगा की हम सब सिर की मालिश के विषय में अच्छी तरह परिचित है| आदि काल से ही प्रत्येक भारत वासी इसके लाभों से परिचित है|
यही
शिरोभ्यंग या शिरो-अभ्यंग है| आयुर्वेद चिकित्सा में बाह्य स्नेहन के अंतर्गत मूर्ध
तैल श्रेणी में शिरोभ्यंग, किया
जाता है|
सिर पर मालिश
या अभ्यंग से सभी पांच ज्ञानेन्द्रियों कान (श्रोत), नाक (गंध घ्राण), नेत्र
(दृष्टि), जिव्हा (वाक) त्वचा (स्पर्श) को पोषण (nourishment
)
मिलता है,
जो उनकी सामान्य और प्राकृतिक क्रियाओं में सहायक
होता है|
सामान्यत
हम सभी ने कभी न कभी सिर की मालिश जरुर करवाई होगी, इसलिए इसके लाभों की जानकारी
भी है| परन्तु शिर की यही तैल मालिश विशेष ओषधिय तेल से एक पंचकर्म प्रक्रिया के
अनुसार एक आयुर्वेदिक चिकित्सक की देखरेख में कुशल व्यक्ति (पेरामेडिकल स्टाफ)
द्वारा की जाये तो कई रोगों में चमत्कारिक लाभ भी मिलता है|
माइग्रेन,
तनाव, अनिद्रा, आदि आदि कई आधुनिक व्यवस्था से उत्पन्न रोग जिनका अन्य किसी
चिकित्सा पद्धति में इलाज नहीं इस ओषधिय शिरोभ्यंग, या समकक्ष शिरोधारा सहित एक या
विविध पंचकर्म की समान्य चिकित्सा द्वारा अन्य पद्धति की चिकित्सा में होने वाले
व्यय के चोथाई से भी कम व्यय पर हमेशा के लिए ठीक किया जा सकता है|
सामान्य
शिरोभ्यंग या सिर की मालिश से ही निम्न लाभ मिलते हें|
ü इससे
शिरदर्द से मुक्ति मिलती है| It prevents and cures headache.
ü शिर
का पोषण होने से बालों का गिरना, सफ़ेद होना, आदि रूकती है| It
prevents and cures hair fall and premature graying of hair.
ü बालों
की जड़ मजबूत होने से वे स्वस्थ्य,लम्बे, घने और चमकदार होते हें| It makes
the hair root very strong long, soft and glossy.
ü दृष्टि
दोष ठीक होता है,It
prevents and cures refraction errors of eyes.
ü चेहरे
के रंग में निखर आता है| It
promotes complexion of the face.
ü अच्छी
नींद आती है| It
helps for sound sleep.
- शिरो अभ्यंग सहित अन्य सभी अभ्यंगों के बारे में जाने अधिक -
कैसे करते हें? कोन इसके योग्य कोन अयोग्य? , अब्यंग के लिए उपयुक्त तैल आदि?, शरीर की किन किन स्थितियों में अभ्यंग करें? कितने समय तक करें? अभ्यंग के बाद क्या करें? इसके क्या लाभ हैं? लिंक- Abhyng (अभ्यंग) - The Massage of Ayurveda.
शिरोभ्यंग हेतु विभिन्न औषधीय तेल और उनके उपयोग|
Types of medicated
oil and their uses in oleation
शिरोभ्यंग
[
Head Massage] में उपयोगी.
सिर मालिश या स्नेहन
हेतु विभिन्न औषधीय तेल और उनके उपयोग|
Types of
medicated oil and their uses in oleation
शिरोभ्यंग
[ Head
Massage] में उपयोगी. वर्तमान में बाज़ार में सेकड़ों नामो से तैल
मिलते हें, जिनका मूल्य भी लगत से कई कई गुना होता है|
परन्तु जान लें की अधिकांश तैल आयुर्वेदिक शास्त्रों में वर्णित हैं
और सभी में परिवर्तन कर बना दिए जाते हें|
एक कुशल आयुर्वेदिक चिकित्सक आपके रोग/ कष्ट के अनुसार चुनाव
कर अधिक लाभ दे सकता है|
कुछ
सामान्यता चिकित्सको द्वारा प्रयुक्त किये जाने वाले तैल निम्न अनुसार है|
- मेध्य
रसायन तैल [Medhya
rasayan tail.]
- ब्राह्मी
तैल [Bramhi
tail.]
- चन्दन वाला
लाक्षादी तैल [Chandan
bala lakshadi tail.]
- ज्योतिष्मती
तैल [Jyotismati
tail.]
- निलगिरी
तैल [Nilgiri
tail].
नोट- शीघ्र ही इस सूचि वृद्धि की जा सकेगी, और इनके गुणों, निर्माण विधि भी लिखने का प्रयास किया जायेगा| देखते रहें |