रक्त मोक्षण के प्रकार- Type of Blood disengagement-
- शस्त्र द्वारा By Instruments. सुई (निडिल) अथवा किसी अन्य शस्त्र द्वारा|
- विना शस्त्र Without Instruments.
- वात विकारों में श्रृंग (by using Horn of animals ) ,
- पित्त विकारों में जलोका(Leech Therapy )
- कफ विकारों में अलाबू (Dried bottle gourd )
- जब रोग सारे शरीर में फेल गया हो तो एसे त्रिदोषज रोगों में शिरावेध (Venupuncture / venesection), के द्वारा रक्त मोक्षण किया जाता है|
- सोराइसिस (Psoriasis) जैसे त्वचा को क्षति पहुँचाने वाले रोग|
- जोड़ों के कुछ रोग जैसे वात रक्त (Gouty arthritis)
- विसर्प/ परिसर्प (हर्पीज Herpes)
- कुछ नेत्र विकार, व्रण एवं विद्रधि (Abscess)
- उच्च रक्तचाप,
- मुँहासे, एकने,
- वैवर्ण्यता discolouration- त्वचा की विरंजकता (जैसे श्वित्र , लयूकोडर्मा या सफ़ेद दाग, काले दाग,आदि ),
- शोफ़, शोथ आदि त्वचा और अन्य भागों की सूजन, swelling, Edema.
- चर्म रोग - खाज-खुजली-दाद- विचर्चिका- चर्म दल, आदि त्वचा रोगों,
- व्रण, विद्रधि, पीडिका, Abscess, Ulcer
- यकृत और प्लीहा रोग,
- त्वचा पर चकत्ते, आदि में रक्त मोक्षण से लाभ मिलता है|
- असृग्धर- रक्त-प्रदर (Leucorrhoea) आदि स्त्री रोग
- रक्त मोक्षण विधि- (प्रतीक्षित)
- सम्बंधित अन्य लेख देखें- Blood disengagement is a natural healing. रक्त मोक्षण है प्राकृतिक चिकित्सा|