- पानी की कमी से विशेषकर गर्मी के मोसम में होने वाला सिरदर्द का कारण डिहाइड्रेशन होता हे पानी या तरल की पुर्त्ति होते रहने से ठीक हो जाता है।
- दर्द यदि चोट का है, और आपको लगता है की चोट इतनी अधिक नहीं है की चिकित्सक से तुरंत सलाह ली जाए तो दर्द मिटाने वाली गोली न खाकर, चोट वाले हिस्से पर बर्फ से सेक करें। बर्फ दर्द और सूजन को रोकने के काम करता है।
- चोट या मोच लगने पर दशांग लेप( इसका बाज़ार में उपलब्ध चूर्ण थोड़ा पानी और एक दो बूंद घी तेल के साथ गरम कर) पुल्टिस जैसा बनाकर गुनगुना चोट पर बांधने से जोड़ों और मांसपेशियों में जकड़न दूर होती है। यह उस हिस्से के दर्द को मिटाने के साथ ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ा देती है। ब्लड सर्कुलेशन के बढ़ने से ऑक्सीजन और पोषक तत्व भी बढ़ जाते है, जिससे दर्द में राहत मिलती है। साथ ही इसकी सूजन नाशक ओषधियाँ चोट मोच को दूर कर देती है।
- नींद पूरी न हो पाने से तनाव के कारण होने वाला सिर दर्द समय पर(रात्री में) एक अच्छी नींद निकालने पर ठीक हो जाता है। अधिक नींद निकालना भी सिरदर्द पैदा कर सकता है।
- यदि आपको लगातार रोज होने वाले सिरदर्द का कारण ज्ञात नहीं हो पा रहा है तो आप दशमुलारिष्ट 20 एम एल बराबर पानी मिला कर प्रात: साँय भोजन के बाद लें(यह महिला पुरुष दोनों ले सकते हें) इसका कोई साइड ईफेक्ट नहीं, लगभग 15 दिन में आपको पता भी नहीं होगा की कभी सिरदर्द होता था।
- यदि बिना किसी रोग के सारा शरीर टूट रहा हो तो सिर ओर शरीर पर तेल की मालिश करें, और नहा लें कोई संतुलित आहार जेसा नाश्ता कर लें। आराम हो जाएगा।
- टिप्स और भी सतत जारी रहेंगी --
दर्द- टिप्स (सिर से पैर तक)
चिकित्सा सेवा अथवा व्यवसाय?
स्वास्थ है हमारा अधिकार १
हमारा लक्ष्य सामान्य जन से लेकर प्रत्येक विशिष्ट जन को समग्र स्वस्थ्य का लाभ पहुँचाना है| पंचकर्म सहित आयुर्वेद चिकित्सा, स्वास्थय हेतु लाभकारी लेख, इच्छित को स्वास्थ्य प्रशिक्षण, और स्वास्थ्य विषयक जन जागरण करना है| आयुर्वेदिक चिकित्सा – यह आयुर्वेद विज्ञानं के रूप में विश्व की पुरातन चिकित्सा पद्ध्ति है, जो ‘समग्र शरीर’ (अर्थात शरीर, मन और आत्मा) को स्वस्थ्य करती है|
निशुल्क परामर्श
जीवन के चार चरणौ में (आश्रम) में वान-प्रस्थ,ओर सन्यास अंतिम चरण माना गया है, तीसरे चरण की आयु में पहुंचकर वर्तमान परिस्थिती में वान-प्रस्थ का अर्थ वन-गमन न मान कर अपने अभी तक के सम्पुर्ण अनुभवोंं का लाभ अन्य चिकित्सकौं,ओर समाज के अन्य वर्ग को प्रदान करना मान कर, अपने निवास एमआइजी 4/1 प्रगति नगर उज्जैन मप्र पर धर्मार्थ चिकित्सा सेवा प्रारंंभ कर दी गई है। कोई भी रोगी प्रतिदिन सोमवार से शनी वार तक प्रात: 9 से 12 एवंं दोपहर 2 से 6 बजे तक न्युनतम 10/- रु प्रतिदिन टोकन शुल्क (निर्धनों को निशुल्क आवश्यक निशुल्क ओषधि हेतु राशी) का सह्योग कर चिकित्सा परामर्श प्राप्त कर सकेगा। हमारे द्वारा लिखित ऑषधियांं सभी मान्यता प्राप्त मेडिकल स्टोर से क्रय की जा सकेंगी। पंचकर्म आदि आवश्यक प्रक्रिया जो अधिकतम 10% रोगियोंं को आवश्यक होगी वह न्युनतम शुल्क पर उपलब्ध की जा सकेगी। क्रपया चिकित्सा परामर्श के लिये फोन पर आग्रह न करेंं। ।
चिकित्सक सहयोगी बने:- हमारे यहाँ देश भर से रोगी चिकित्सा परामर्श हेतु आते हैं,या परामर्श करते हें, सभी का उज्जैन आना अक्सर धन, समय आदि कारणों से संभव नहीं हो पाता, एसी स्थिति में आप हमारे सहयोगी बन सकते हें| यदि आप पंजीकृत आयुर्वेद स्नातक (न्यूनतम) हें! आप पंचकर्म चिकित्सा में रूचि रखते हैं, ओर प्रारम्भ करना चाह्ते हैं या सीखना चाह्ते हैं, तो सम्पर्क करेंं। आप पंचकर्म केंद्र अथवा पंचकर्म और आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रक्रियाओं जैसे अर्श- क्षार सूत्र, रक्त मोक्षण, अग्निकर्म, वमन, विरेचन, बस्ती, या शिरोधारा जैसे विशिष्ट स्नेहनादी माध्यम से चिकित्सा कार्य करते हें, तो आप संपर्क कर सकते हें| सम्पर्क समय- 02 PM to 5 PM, Monday to Saturday- 9425379102/ mail- healthforalldrvyas@gmail.com केवल एलोपेथिक चिकित्सा कार्य करने वाले चिकित्सक सम्पर्क न करें|
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