HEALTH FOR ALL dr.vyas: हार्ट अटैक-क्यों? कब? केसे?ओर फिर क्या करें?: हार्ट अटैक -यह एक एसा शब्द है, जिसे कोई सुनना नहीं चाहता, ओर न मानना चाहता है। की उसे इस प्रकार की कोई समस्या हो सकती है,
हार्ट अटैक -यह एक एसा शब्द है, जिसे कोई सुनना नहीं चाहता, ओर न मानना चाहता है।
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की उसे इस प्रकार की कोई समस्या हो सकती है, फिर भी यह होता है, ओर अक्सर जब पता चलता है तब तक देर हो चुकी होती है। इसके आगमन को पहचानना आवश्यक है, यदि पहचान लिया जाए तो हमारे नजदीक उपस्थित व्यक्ति के प्राण बचाए जा सकते हें।
कैसे पहचानेगें की हार्ट अट्टेक हुआ है।
- दर्द अगर पिन पॉइंट या उंगली से पता किया जा सके तो हार्ट अटैक का नहीं है।
- दर्द अगर 30 सेकंड से कम रहे तो हार्ट अटैक का नहीं है।
- दर्द अगर 5 मिनट से कम रहे, तो भी हार्ट अटैक नहीं, पर एंजाइना हो सकता है, यह आगामी अट्टेक की भूमिका हो सकती है।
- इससे ज्यादा देर तक हो तो हार्ट अटैक हो सकता है।
पर रुकिए! अभी ओर भी बातें जानना जरूरी है, हार्ट अट्टेक बिना किसी दर्द के भी हो सकता है इसे साइलेंट हार्ट अट्टेक कहते हें। इसलिए हमको इसके बारे में ओर भी अधिक जान लेना चाहिए।
पूरा लेख पढ़ें-- लिंक क्यों होता है हार्ट अट्टेक?