Some
people are worried about losing weight and some are worried about gaining
weight!
कुछ
लोग वजन कम होने से चिंतित हैं और कुछ
बडने से!
निम्न
इस लेख में छुपा है, शरीर का बडाने या घटाने का राज?
इससे
आप शरीर की वजन बडाने वाली प्रक्रिया के विषय में जान कर मोटापे से बच सकते हैं या
वजन कम भी कर सकते है, ओर हमेशा नियंत्रित भी रख सकते हैं !!
आजकल हम आयुर्वेदिक चिकित्सकों के
पास वजन कम करने ईच्छुक तो बहुत आते हैं, पर बहुत से एसे लोग
भी आते हैं जो चाह्ते हैं, कि उनका वजन बड जाय। कई बच्चों के
माता-पिता भी बच्चों के कम वजन से चिंतित हो कर हमारे पास आते रहते हैं। यह लेख
दोनों के लिये पडना ओर अमल करना चाहिये।
में अपनी बात बडे ही कम शब्दों में कह रहा हूँ, सावधानी से समझ कर
पडने से आप अपना वजन कम या अधिक कुछ भी कर सकते हैं।
बदाम, नारियल दुध, अधिक फैटी एसिड वाले जसै, मलाई, मिल्क क्रीम या इसे भी हाई कार्बोहाइड्रेट वाली
पास्ता और सलाद के साथ खाने से, वजन तेजी से बढ़ता है।
मोनोअनसेचुरेटेड
फैट वाले अधिक मात्रा में, केले, त्वचा कोमल और बाल चमकदार बनाने वाली एक मुट्ठी काजू, कार्बोहाइड्रेट और काम्प्लेक्स शुगर का स्त्रोत फ्राइड आलू, एक कटोरी
में 300 कैलोरी वाली पौष्टिक बीन्स, आवश्यक
कैलोरी बहुत बड़ी मात्रा वाला, ओर हृदय रोग वाला जैतून का
तेल, प्रोटीन का बहुत बडा स्रोत फुल क्रीम से बना पनीर, ब्रेड आदि से पीनट बटर, मक्खन, चीज़, किशमिश, चावल, मसालेदार और तेल में तला हुआ कैलेस्ट्राल वाला खाना, मैदा
से बने खाद्य युं तो हानिकारक माने जाते हैं, पर वे शरीर का
नान वेज
खाने वालों को विटामिन ए. डी. और पोषक
तत्व मैग्नीशियम, सोडियम और पोटेशियम वाला अंडा, झींगा, दो बार रोज साल्मन मछली, अधिक प्रोटीन युक्त रेड मीट आदि भी फैट बढा कर वजन बढातीं है। ।
इन खानो के अलावा बेवक्त खाना, और खाना खाने के तुरंत बाद सोना, अधिक समय आराम करने से खाया हुआ खाना ऊर्जा में न बदलकर फैट के रूप में
बदलता है, जिससे वजन बड्ता है।
उपरोक्त इस
प्रकार के खाने से तेजी से बजन तो बड सकता है, परंतु शरीर मजबुत
नहीं होगा जब तक व्यायाम, या अधिक परिश्रम, जिससे खूब पसीना बहे, नहीं किया जाये। इस प्रकार से
बडता हुआ वजन, ब्लूड प्रेशर, डाईविटिज, ह्रदयरोग, भी ला सकता है, अत:
वजन जरूर बडायें पर पचा कर केलोरी का
सदुपयोग कर सिक्स पेक, खिलाडी या पहलवान जैसा बलिष्ठ शरीर, पा सकते हैं।
आगे यह भी
सिद्ध करने की जरुरत नहीं कि जो लोग वजन
कम करना चाह्ते हैं वे उपर लिखे खाध्य छोड दें, पर आखिरी पेराग्राफ
की व्यायाम ओर पसीना बहाने वाली क्रिया कभी न छोडें, जिससे
वजन का कारण जमा फेट या चर्बी पिघलकर मोटपा कम कर दे।
एक बात और अवश्य जान लेंं कि वजन अधिक या कम होने का कारण कोई रोग हो तो इन प्रयोगोंं को नहीं अपनाने के पुर्व चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें।
मोटापे, को से मुक्त्ति पाने और सही खान-पान चुनने के लिये क्लिक करेंं कई लेख सूची -लिंक-- Obesity, मेदो रोग
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समस्त चिकित्सकीय सलाह, रोग निदान एवं चिकित्सा की जानकारी ज्ञान (शिक्षण) उद्देश्य से है| प्राधिकृत चिकित्सक से संपर्क के बाद ही प्रयोग में लें| इसका प्रकाशन जन हित में आयुर्वेदिक चिकित्सा के ज्ञान, सामर्थ्य, हेतु किया जा रहा है। चिकित्सा हेतु नजदीकी प्राधिक्रत आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लेँ। चिकित्सक प्रशिक्षण हेतु सम्पर्क करै।
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