प्रश्न- गेस्ट्रिक प्रॉब्लम
11/8/2016 / सन्देश
जैन/ आयु 44/ गेस्ट्रिक प्रॉब्लम/10 साल
उत्तर- सन्देश जी, आपने लिखा है आपको 10
वर्ष से गेस्ट्रिक प्रोब्लम है|
सामान्यत पैट की अपथ्य आहार-विहार
अर्थात अनावश्यक और असमय, खाते रहना, विशेषकर सेव कचोरी, पूरी पकवान आदि फ़ास्ट
फ़ूड, कब्ज का बनना रहना, इससे एसिडिटी ,पेट में जलन आदि होना होता है, अगर आपका
मतलब इन्ही से है, तो इसकी चिकित्सा भी स्पष्ट है|
सबसे पाहिले आप अनावश्यक खाना-पीना
बंद कर दें| समय पर सादा भोजन करें| भूखे न रहें| कब्ज न रहने दें| अविपत्तिकर
चूर्ण 3 से 5 ग्राम दिन में दो बार भोजन के दो तीन घंटे पाहिले लें| इससे एसिडिटी
नहीं होगी, कब्ज दूर होने से अधिकांश पैट की सामान्य समस्यायें हल हो जाएगी| (यदि
मधुमेह डाईविटिज है, तो यह चूर्ण न लें इसमें मिश्री होती है, जो सुगर बढा सकती है|)
यदि समस्या अधिक बड़ी हों जैसे अल्सर
आदि हो, या अन्य पेट विषयक समस्या हो तो पूर्ण जानकारी रोग विवरण अभी तक की गई
चिकित्सा आदि सहित वैध्य परामर्श से रोग निदान होकर चिकित्सा संभव होगी|
यदि रोग बहुत अधिक बढ़ा हो, और ओषधि
से ठीक न हो रहा हो, तो उदर (पेट) विषयक रोगों की चिकित्सा पंचकर्म- वमन, विरेचन
से की जाती है, रोगी पूर्ण लाभ प्राप्त कर लेता करता है|
आपने लिखा है, की आप उज्जैन आ सकते हें, आप आ जायें
रोग निदान कर उचित परामर्श/ चिकित्सा दी जा सकेगी|
समस्त चिकित्सकीय सलाह रोग निदान एवं चिकित्सा की जानकारी ज्ञान(शिक्षण) उद्देश्य से हे| प्राधिकृत चिकित्सक से संपर्क के बाद ही प्रयोग में लें|
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