संभोग की कई ऐसी पोजीशंस बताई गई हैं, जो गर्भधारण में सहायक होती हैं। पति-पत्नी को इन पोजीशंस के बारे में पता होना चाहिए।
लोगों का मानना है कि संभोग के बाद यदि स्त्री पीठ के बल थोड़ी देर लेटी रहे तो गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है।
ऐसा माना जाता है कि गर्भधारण के लिए दिन का समय सबसे अच्छा रहता है क्योंकि दिन के समय आप तरोताजा़ रहते हैं।
गर्भधारण के लिए जरूरी है कि महिलाएं माहवारी के समय गर्भधारण का प्रयास न करें।
सेक्स का ध्येय गर्भधारण है , तो संभोग के दौरान बहुत ज्यादा उत्साहित न हो।
गर्भधारण करना बहुत मुश्किल नहीं है लेकिन कुछ कपल्स के लिए ये एक जटिल समस्या बन जाता हैं। ऐसे में गर्भधारण न होने पर डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है।
कई बार पुरूषों या महिलाओं में किसी तरह का यौन विकार होने से गर्भधारण में परेशानी होती है। यदि ऐसा हो तो जल्द से जल्द चिकित्सा शुरू कर देनी चाहिए ।
पुरूष या महिला में किसी भी तरह का रोग होने पर बेझिझक डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए व अपने साथी को इस बारे में बताना चाहिए।
गर्भधारण के लिए मानसिक रूप से तैयार होना भी जरूरी है। कई बार गर्भधारण से पहले महिलाएं डरी हुई होती हैं या फिर उनमें कुछ चीजों को लेकर शंकाएं बनी रहती हैं। जिससे गर्भधारण में समस्या आती है । ऐसे में जरूरी हो जाता है कि महिलाएं पहले पूरी तरह से सुनिश्चित हो कि वाकई वे गर्भधारण और होने वाले बच्चे की परवरिश के लिए तैयार हैं या नहीं।
आज बदलती तकनीक ने जहां हमारी समस्याएं बढ़ाई हैं, वहीं कुछ बातें आसान भी की हैं। ऐसे में आप गर्भधारण से पहले थोड़ी प्लानिंग भी कर सकती हैं।
समस्त चिकित्सकीय सलाह रोग निदान ,एवं चिकित्सा की जानकारी ज्ञान(शिक्षण) उद्देश्य से हे| प्राधिकृत चिकित्सक से संपर्क के बाद ही प्रयोग में लें |.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें